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Showing posts from March, 2020

मोबाइल फोन क्या होता हैं?(Mobile Kya Hai?) – मोबाइल फोन के अविष्कार और इतिहास से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में!

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मोबाइल फोन क्या होता हैं?(Mobile Kya Hai?) – मोबाइल फोन के अविष्कार और इतिहास से जुड़ी सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में! दुनिया का सबसे पहला मोबाइल फोन 1973 में मोटोरोला कम्पनी के इंजीनियर John F. Mitchell और Martin Cooper द्वारा बनाया गया था। आज हमारे दैनिक जीवन में एक चीज़ का बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है, इसके बिना हमारे बहुत से कार्य रूक जाते है। वैसे तो यह इतनी छोटी चीज़ है कि हमारी जेब में भी आसानी से आ जाती है परन्तु इसके द्वारा किये जाने वाले कार्य बहुत ही बड़े है। यह हमेशा एक सच्चे दोस्त की तरह हमारी मदद के लिए तैयार रहता है। अब आप सोच रहे होंगे कि ऐसा कौन है जो हमारे लिए इतना अहम है और हमेशा हमारी मदद भी करता है। हम बात कर रहे है मोबाइल फोन की, आज के समय में कुछ लोगों की जिंदगी में तो मोबाइल का इतना महत्व हो गया है कि यदि यह उनसे एक पल के लिए भी दूर हो जाये तो वे बैचेनी महसूस करने लग जाते है। मोबाइल न सिर्फ हमे देश-दुनिया और परिवार वालो से जोड़कर रखता है बल्कि यह हमे हर सवालों के जवाब, मनोरंजन आदि भी उपलब्ध कराता है। आज हम आपको इसी Mobile Ka Arth और Mobile Ki Jankari Hindi Mein द...

दिवस: आज ही के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने फांसी के फंदे को चूमा था

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शहीद दिवस: आज ही के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु ने फांसी के फंदे को चूमा था 23 मार्च का दिन भारत के इतिहास में बेहद खास दिन है। इस दिन को शहीद दिवस के रूप में मनाया जाता है। साल 1931 में आज ही के दिन भारत में ब्रिटिश हुकूमत को उखाड़ फेंकने में अपना अहम किरदार निभाने वाले तीन महान क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को फांसी पर लटकाया गया था। उसी के बाद से से हर साल 23 मार्च को बलिदान दिवस मनाया जाता है। आज इस मौके पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी देश के इन वीर जवानों की शहादत को नमन करते हुए लिखा,” शहीद दिवस पर मां भारती के महान सपूत वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को कोटि-कोटि नमन। देश के लिए उनका बलिदान कृतज्ञ राष्ट्र सदा याद रखेगा। जय हिंद!।”

कोरोना को लेकर मैट्रिक की परीक्षा का मूल्यांकन कार्य बंद, BSEB ने लिया फैसला

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कोरोना महामारी के मद्देननजर किए गए लॉकडाउन के बाद बिहार में मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन कार्य भी 31 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है। इसका फैसला बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने लिया है। जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को लेकर यह फैसला लिया गया है। इसकी जानकारी देते हुए बीएसईबी यानी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि मैट्रिक की कॉपियों का मूल्यांकन के साथ ही बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय कार्यालयों को भी 31 मार्च तक बंद कर दिया है।                    By Amit A4U